क्या आपने बिना जांच-पड़ताल के किसी संस्था को, जिसे आप जानते नहीं, को इन्टरनेट पे दान दिया है ? यदि हाँ, तो संभव है कि आपका पैसा क्रिश्चियन मिसनरी के पास गया हो और उन पैसे से धर्म परिवर्तन भी करवाया गया हो | मेरे एक मित्र ने वर्ल्ड वीजन को दान दे दिया होता यदि मैं समय पे पहुँच के उसे रोका ना होता | 'वर्ल्ड वीजन' (World Vision) एक ऐसी ही वैश्विक संस्था है जिसकी साखा लगभग १०० देशों मैं फैली
( लिंक http://adscontent2.indiatimes.
| 'वर्ल्ड वीजन' का लोगो :
इनके प्रचार वाले लिंक पे क्लिक करके आप इन्हें मासिक, त्रेमासिक, या वार्षिक दान दे सकते हैं | donation वाले पेज या होम पेज से पता नहीं चलता कि ये क्रिश्चियन मिसनरी है, थोडा खंघालने पे ये मिला "We are christian" .."Motivated by our faith in Jesus Christ" (लिंक :
http://www.worldvision.in/? Our+Core+Values) | और ये अपने बारे मैं इस प्रकार कहते हैं "वर्ल्ड विजन एक ईसाई मानवीय बच्चों के जीवन, परिवारों और गरीबी और अन्याय में रहने वाले समुदायों में स्थायी बदलाव बनाने के काम कर रहे संगठन है" |
थोडा खोज-बिन करने से एक बात तो साफ़ हो जाती है कि 'वर्ल्ड वीजन' एक क्रिश्चियन मिसनरी है जो जोर शोर से धर्म परिवर्तन कराती रही है | तहलका पत्राकार वी.के.शशिकुमार ने 'वर्ल्ड वीजन' की करतूतों का वृस्तित रिपोर्ट "Preparing for the Harvest" (लिंक : http://www.tehelka.com/story_ main.asp?filename= ts013004shashi.asp&id=1 ) लिखा | हालाँकि ये रिपोर्ट IBNLive (CNN-IBN) के लिए लिखा गया था पर आज-तक ये रिपोर्ट IBNLive पे प्रकाशित नहीं हुई | प्रकाशित होगी कैसे जब CNN-IBN में अमेरिकी चर्च "Southern Baptist Church" का भारी पैसा लगा हो ! सेकुलरों के प्रिय राजदीप सरदेसाई भी 'वर्ल्ड वीजन' को नियमित पैसा देते हैं | इस लिंक (वर्ल्ड वीजन' साईट) को क्लिक करके खुद ही देख लीजिये, राजदीप 'वर्ल्ड वीजन' के बारे मैं क्या कहते हैं :
'वर्ल्ड वीजन' के भारतीय प्रकाशनों या वेबसाइट पे धर्म परिवर्तन वाली बात को छुपा दिया जाता है पर विदेशी प्रकाशनों मैं भारत मैं इनके द्वारा किये जा रहे धर्म परिवर्तन कि प्रशंशा कि जाती है | September 2009 World Vision New Zealand’s report : “Held a vacation Bible school for 150 children from different villages. The children participated in games, Bible quizzes, drama and other activities. Organised a one-day spiritual retreat for 40 young people and a children’s Christmas party. Each of Dahod’s 45 villages chose five needy children to attend the party.” In Dumaria, Banka district, eastern Bihar, “the ADP (Area Development Programme ) supports local churches by running leadership-training courses for pastors and church leaders.”
बताईए भला बच्चों कि सेवा मैं बाईबिल स्कूल कि क्या आवश्यकता? बाइबल क्विज क्यूँ ?
मयुरभंज (उडीसा) वर्ल्ड वीजन रिपोर्ट : “Opposition to Christian workers and organisations flares up occasionally in this area, generally from those with vested interests in tribal people remaining illiterate and powerless. World Vision supports local churches by organising leadership courses for pastors and church leaders.”
चूँकि वर्ल्ड वीजन लगभग हर अखबार, वेब साईट, पत्रिका, चेनल को विज्ञापन देते हैं इसलिए कोई इसके खिलाफ मुह नहीं खोलता | ऐसी स्थिति मैं हमें इन मिसनारियों कि काली करतूतों का पता कैसे चले? मुझे तो एक ही एक ही उपाय दिखता है और वो है ब्लॉग और इन्टरनेट का | लेकिन कितने लोग इन्टरनेट पे कुछ देख पाते हैं, इसलिए अपने देश, संस्कृति से प्रेम करने वालों को क्रिश्चियन मिसनरी के खिलाफ युद्ध स्तर पे मोर्चा खोलना होगा तभी कुछ बात बनेगी | ब्लोगरों से ये अनुरोध है कि विभिन्न मिसनरी की करतूतों का भंडा फोड़ कीजिये|
23 comments:
राकेश जी, इस देश में तो कमसे कम सब कुछ ही हिन्दुओ की कीमत पर ही हो रहा है, अब देखो न मुलायम को मुसलमानों ने एक उंगल क्या दिया सीधे बाबरी मस्जिद बनाने की बात करने लगा है, हिन्दुओ की कीमत पर !
मिशनरियों का भंडाफोड़ करते हुये एक बहुत अच्छी जानकारी!
बेहतरींन लेख लिखा है राकेश भाई आपने । हमें हमेशा सावधान रहना चाहिए इस प्रकार के धोखाधड़ी से । इन सबके पिछे हमारे यहाँ की सरकार का भी हाथ होता है, और यहाँ की सरकार इन सेकुलरो की चमचागिरि करती आई है और कर भी रही है। अब समय आ गया है जब हमें अपनी सुरक्षा के लिए खूद आगे आना पड़ेगा।
अछि जानकारी दी है वैसे ही हिन्दुओं का बंटाधार हो रहा है और सिक्किम मैं तो मन मसोसकर रह जाता हूँ जब नाम सुनता हूँ प्रिया और और निकलती है क्रिश्चियन , नाम है सुमन और है क्रिश्चियन, अधिकतर नेपाली क्रिश्चियन हैं ! इसलिए कहते हैं दान दो मगर पत्र को देखकर !! कब होश आएगा हमें !
hum sabko ab chetna hoga..... Rakesh bhai.... bahut hi oomda lekh .... yeh lekh ek saamaajik jaagran hai....
congression ke raaj mein yeh dharm parivartan zyada hi ho raha hai....chahe wo christian ho ya phir islamic...
साधूवाद स्वीकारें.
जानते सब है, सबूत जुटाना दुष्कर है. आपने अच्छा काम किया है. बधाई. अपने अभियान को जारी रखें. हम हिन्दु रो-मटेरियल नहीं है.
mahfooz bhai ki tippani par aashchary
rakesh ji achi jankari hai sayad yah hamere bout kam aaygi yah bat sabhi ko malum honi chaye ki muslam or christian sabhi log hindu ko hi naisana banna ker apna derm ko dadana chate per hindu_ _ _
Good article !!! Thanks for information
AAPKI JAANKAARI BAHUT ACHEE HAI ..... VAISE JAB YAK JAANCH NA KAR LEN DAAN DENA BHI NAHI CHAAHIYE ... AAPKA DAAN KAHAN JA RAHA HAI YEH DEKH KAR HI DAAN DENA CHAAHIYE ...
महफूज़ की बातों से मैं हमेशा प्रभावित होती हूँ. वह एक सच्चे सेक्युलर है जो हर मज़हब के अधिकारों का सदा सम्मान करते हैं.
यह पोस्ट आँख खोलने वाली है. मैं भी दान देने की सोच रही थी पर आपकी पोस्ट पढ़ कर सच्चाई पता चली धन्यवाद.
राकेश जी, इस लेख के लिए आपने जो मेहनत की है, वो स्पष्ट दृ्ष्टिगोचर हो रही है...बहुत ही अच्छे से आपने इस गोरखधंधे को उजागर किया है ।
लेकिन जब तक स्वयं हिन्दुओं में जागृ्ति नहीं जा जाती...तब तक किसी न किसी रूप में इस प्रकार के गोरखधंधे चलते ही रहेंगें ।
इसके लिए हिन्दुओं को अपने धर्म,उसके स्वरूप, उसकी महता के बारे में भलीभान्ती परिचित कराया जाए तो ही कुछ हो सकता है अन्यथा नहीं......
किन शब्दों में प्रशंसा या आभार व्यक्त करूँ समझ नहीं पा रही....साधुवाद !!!
धर्म निरपेक्षता की आड़ में हमारी सरकार,मिडिया और अनेक स्वयं सेवी संस्थाएं इन प्रयासों को प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से पूरा प्रोत्साहन दे रही है...मुझे तो लगता है यदि किसी को ठगना दंडनीय अपराध है तो,भोले भाले लोगों को ठगकर उनका धर्म परिवर्तन करना और फिर उस समूह को बरगलाकर उन्हें देश समाज के खिलाफ इस्तेमाल करना क्या ठगी या अपराध नहीं है...
बात किसी भी धर्म में आस्था अनास्था भर की नहीं है...धर्म के नाम पर जो लोगों को बांटा जाता है,देश की शांति और सहिष्णुता को समाप्त किया जाता है,यह तो देश द्रोह से किसी भी भांति कम नहीं है....यह होना तो उसी के सामान दंडनीय चाहिए..पर क्या किया जाय जब देश रक्षक ही इसके बक्षक बने बैठे हों....
चलिए हम अपना पूरा सामर्थ्य लगा इस दुष्चक्र को विखंडित करने के अभियान में लग जाएँ...
pta nhi ham log hinduo ke desh ko bhi nhi sambhal pa rhe hai
aaj koi bhi hindu rashtr nhi hai nepal bhi nhi rha
lekin bharat me abb bhi hindu bhumat me hai lekin hinduo ko isaiyo dawara dharmantaran dawara ghataya ja rha hai
hamara bhi sant samaz hai wo bhi videsho me muhim chalaye or isai or muslim ko hindu bnaye
बहुत बढ़िया लिखा राकेश जी, सेकुलरों को कितने भी सबूत दे दो ये मानने वाले नहीं हैं… सारी मानवता, करुणा, दया सिर्फ़ मुस्लिमों और इसाईयों के लिये ही रिजर्व है… कश्मीर में हिन्दू और कश्मीर से भगाये गये हिन्दू, नारकीय जीवन भोग रहे हैं, कोई उनके पक्ष में नहीं लिखता… यही साबित करता है कि हिन्दू-विरोधी लॉबी कितनी मजबूत है…
जिसका काम हो रहा है उसी के पैसे से हो रहा है । सीधी सी तो बात है ।
राकेश भाई , बहुत दिनों बाद आज आपके यहाँ पहुंचा .मानना पड़ेगा आपकी और सुरेश भाई दोनों की नज़र को . कहाँ से खोज लाते हैं इतना सब ? यह विज्ञापन मैंने भी देखा था किसी वेबसाइट पर और सोचा था कभी try मारेंगे क्या फंडा है ? यह तो अंदाजा था किसी तरह का गोलमाल ही है वरना जिनपर जिम्मेदारी है वो तो कन्नी काटते हुए घूमते हैं और ये क्यों भूखों को रोटी देने लगे ..........
एक बात यह भी कहनी है कि हिन्दुओं का असंख्य धन राशी मंदिरों -मठों के महंथों और कुकुरमुत्ते की तरह फैले बाबाओं के पास बेकार पड़ा है और जो धन मात्र कुछ लोगों की ऐय्याशी में झोका जाता है . सबको मालुम है राम जी ,दुर्गा माँ ,शिव जी या साईं बाबा को पैसों का कोई काम नहीं है .अरे जिसके दर पे हम खुद भीख मांगने जाते है उनको कुछ देकर बड़ी चीज की उम्मीद रखना उनके ही विरुद्ध है . और एक जागरण की जरुरत है जिसमें हिन्दू जनता के धन के इस बेजा उपयोग को रोका जाए और इसका इस्तेमाल हिन्दू धर्म की समृद्धि { जैसे हिन्दू धर्म से जुड़े रिसर्च कार्यों , असहाय हिन्दुओं को रोटी कपडा मकान व शिक्षा देने तथा अशोक महान ke तर्ज पर हिन्दू धर्म के विश्वव्यापी प्रचार} का काम किया जाए .
जयराम जी आपका कहना बिलकुल सही है ... हिन्दुओं का असंख्य धन राशी मंदिरों -मठों के महंथों और कुकुरमुत्ते की तरह फैले बाबाओं के पास बेकार पड़ा है | हिन्दुओं मैं ये जागृति लाने की सक्त आवश्यकता है की दान उसी मंदिर या सच्चे गुरु को दो जो आपका आध्यात्मिक विकास कराये ... और उन पैसों से सनातन धर्म के research मैं लगाए ...
अच्छा किया आपने याद दिला दिया ... इस विषय पे भी मौलिक लेखन की आवश्याकता है | और सिर्फ लेख से काम नहीं चलनेवाला है .... उससे आगे बढ़ कर काम करना है |
मियां की जूती मियां की चांद वाली बात ही है .
बहुत शर्म की बात है, कि मिशनरियों के दमन चक्र में हिन्दु फस रह है, आज की स्थिति यह कि प्रयाग के आस-पास के जिलो में ऐसे कुचक्र चल रहे है और उल्टा आरोप हिन्दू संगठन पर लगया जा रहा है।
आपकी सार्थक पोस्ट के लिये धन्यवाद, हम भी इसी पर तैयारी कर रहे है, जल्द ही प्रस्तुत होते है।
वंदे मातरम्
देर से आने के लिए माफ़ी चाहूँगा राकेश जी... बहुत ही सार्थक लेख लिहा आपने हमेशा की तरह...
जय हिंद
जय हिंदी...
Abe Age Se Dhyan Rakhu ga Kabhi In Jaise Ghatiya Logo Ki Chanda Nahi Duga
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