tag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post3363660535391850743..comments2023-07-14T03:07:31.572-07:00Comments on सृजन: सेकुलर भटनागर - श्री राम द्वापर युग (त्रेता नहीं) मैं अवतार लिए थे !!!Rakesh Singh - राकेश सिंहhttp://www.blogger.com/profile/03770667837625095504noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-30073429982293244012009-09-25T04:42:08.171-07:002009-09-25T04:42:08.171-07:00Samajh me nahee ata ,ki, kaun kisliye kya karta ha...Samajh me nahee ata ,ki, kaun kisliye kya karta hai!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-59015667427916599332009-09-23T18:53:47.166-07:002009-09-23T18:53:47.166-07:00राकेश जी,
प्रभु श्रीराम के जन्मकाल के विषयक बड़ी ह...राकेश जी,<br /><br />प्रभु श्रीराम के जन्मकाल के विषयक बड़ी ही तर्कपूर्ण, तथ्यात्मक प्रमाणों पर आधारित आलेख अच्छा लगा।<br /><br />सादर,<br /><br />मुकेश कुमार तिवारी<br /><br />कवितायन पर आपके आने का शुक्रिया!!!मुकेश कुमार तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04868053728201470542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-19464117737850958632009-09-23T06:10:37.204-07:002009-09-23T06:10:37.204-07:00Bhai ji jaha tak maine suna hai ki iss software ke...Bhai ji jaha tak maine suna hai ki iss software ke hisab se ek jaisi khagoliye stithi ek nischit antral ke bad bar bar aati rahti hai uske aur kuch anya sloko ke sandarbh se yahi pata chalta hai ki Ram ka janam lakho barash purv hi hua thaviveknoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-68538751099517582962009-09-23T05:29:37.054-07:002009-09-23T05:29:37.054-07:00हिन्दू धर्म की तो यह स्थिति है की बाड़ ही खेत को ख...हिन्दू धर्म की तो यह स्थिति है की बाड़ ही खेत को खा रही है | पाश्चात्य करण का विचार और आचार सभी ग्रास बन रहे हैं|Murari Pareekhttps://www.blogger.com/profile/16625386303622227470noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-24931961408648691082009-09-23T04:58:38.172-07:002009-09-23T04:58:38.172-07:00राकेश जी, बहुत बढ़िया. तर्क का उत्तर तर्क से ही दि...राकेश जी, बहुत बढ़िया. तर्क का उत्तर तर्क से ही दिया जाना चाहिये. आपने सटीक उत्तर दिया है. इस पूरे प्रकरण पर मैं इतना भर निवेदन करना चाहता हूँ कि इतिहास और पुराण के बीच बहुत बारीक फर्क होता है. लिहाजा इस फर्क को समझने के लिए पूरी सनातन परम्परा को समग्रता के साथ समझना होगा. तुलसी बाबा बहुत पहले ही कह गए हैं - रामकथा (राम का कोई भी संदर्भ हो) के ते अधिकारी, जिनके सत्संगत अति प्यारी.Atmaram Sharmahttps://www.blogger.com/profile/11944064525865661094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-31703442066908626462009-09-23T01:35:00.834-07:002009-09-23T01:35:00.834-07:00इस तर्कसंगत व्याख्या के लिए बधाईइस तर्कसंगत व्याख्या के लिए बधाईवीरेन्द्र वत्सhttps://www.blogger.com/profile/18304832179505233063noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-8063271802346739892009-09-22T17:15:49.787-07:002009-09-22T17:15:49.787-07:00बहुत बढ़िया लिखा है आपने! बिल्कुल सही बात कहा है आ...बहुत बढ़िया लिखा है आपने! बिल्कुल सही बात कहा है आपने और बड़े ही सुंदर रूप से प्रस्तुत किया है!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-80786635035854137992009-09-22T16:28:52.393-07:002009-09-22T16:28:52.393-07:00न धर्म ने मारा न जात ने मारा मुझे तो अपनों की बात ...न धर्म ने मारा न जात ने मारा मुझे तो अपनों की बात ने मारा..<br />इनदिनों हिन्दुस्तान में एक अनोखा ट्रेंड चला है..<br />गर आप हिन्दुओं के पक्ष में बोलते हैं तो आप terrorist हैं और अगर आप हिन्दुओं के विपक्ष में बोलते हैं तो आप सेकुलर हैं...हम हिन्दुओं को वैसे चाहे सच बोलने की आदत न हो लेकिन जब भी धर्म की बात आती है हम अपना सेकुलारपना जरूर दिखाना चाहते हैं फिर चाहे उससे कितनी भी क्षति होती हो....एक अदना सी कंपनी 'ईस्ट इंडिया कंपनी' जो सिर्फ मसालों को व्यापार करने आई थी २०० वर्षों तक भारत को गुलाम बना गयी ..क्यूँ ? क्यूंकि हमेशा की तरह हममे एकता नहीं थी...<br />अब बात करते हैं इस सॉफ्टवेर की....यह सिर्फ एक सॉफ्टवेर है और इसे बने भी है हमारे जैसे लोगों ने या फिर हमसे ज्यादा गुनी लोगों ने ..लेकिन बनाया है इंसान ने ही...और कुछ भी हो उसकी लिमिटेशन होगी ही होगी...<br />आज हिमालय पर्वत खडा है भारत के उत्तर में....अब अगर हम कहें की भारत के उत्तर में आज से हजारों वर्ष पहले समुद्र था तो लोग आर्श्चय कर सकते हैं लेकिन यह सत्य है...आज भी हिमालय पर गोल पत्थर मिलते हैं ...उसकी संरचना परतदार है और यह भी एक कारण है की वो घहरता रहता है....<br />समस्या यह नहीं है कि भटनागर जी के कह रहे हैं समस्या है कि वो कह रहे हैं और हमसब सुन कर चुप बैठे हैं, बल्कि पलीता लगाने के लिए दो-चार और सामने आ जायेगे....धर्म कोई भी बुरा नहीं है ....बुराई इस बात में है आप उस धर्म को अपनाते कैसे हैं और उसके बाद उसे जीते कैसे हैं ...जान-बूझ कर जनमानस कि भावनाओं से खेलना कोई भी धर्म अच्छा नहीं कहता है ...मेरे ख्याल से हिन्दू धर्माध्यक्षों को भी 'फतवा' को अपनाना चाहिए...जो भी हिन्दू धर्म के विरोध में बोले उसके लिए हमें भी 'फतवा' जारी करना ही चाहिए...और इसके लिए किसी भी धर्म विशेष को आपत्ति भी नहीं होगी क्यूंकि हम कुछ सीख ही रहे हैं दूसरों से...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-34100313424722088192009-09-22T14:11:01.819-07:002009-09-22T14:11:01.819-07:00राकेश जी, क्या कहा जाए.....शायद हिन्दू धर्म,सभ्यता...राकेश जी, क्या कहा जाए.....शायद हिन्दू धर्म,सभ्यता और संस्कृ्ति का इतना नुक्सान किन्ही बाहरी लोगों द्वारा नहीं किया गया होगा जितना कि आजतक अपने ही लोग किए जा रहे हैं। बस सस्ती लोकप्रियता की खातिर जिसका जो मन करता है,लिखे जा रहा है......Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-73293593174764744392009-09-22T12:22:46.611-07:002009-09-22T12:22:46.611-07:00बिलकुल सही कहा आपने....ज्ञान के ठेकेदारों के लिए य...बिलकुल सही कहा आपने....ज्ञान के ठेकेदारों के लिए यह मान पाना बड़ा ही कठिन है कि उनके ज्ञान की सीमा बहुत ही संकुचित है...<br /><br />वेद,पुराणों और संस्कृत भाषा को आम भारतीय जनजीवन से इसलिए निकाल दिया गया कि हम उनके अधकचरे ज्ञान के प्रति नतमस्तक रह सकें और आँख मूंदकर उनकी बातों को मान लिया करें...<br /><br />एनोनेमस (अनाम जी) के टिपण्णी में कही गयी बातों से मैं सहमत हूँ..रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-19182516994847297482009-09-22T00:30:52.467-07:002009-09-22T00:30:52.467-07:00राकेश भाई नमस्कार !काफी दिन बाद पर खोजी खबर ,मै क्...<i>राकेश भाई नमस्कार !<br><br>काफी दिन बाद पर खोजी खबर ,<br>मै क्या बोलू मुझे तो खुश खाश अनुभव नहीं इस बारे में<br></i>Mishra Pankajhttps://www.blogger.com/profile/02489400087086893339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-76137581956712951442009-09-21T23:47:03.050-07:002009-09-21T23:47:03.050-07:00दरअसल अंग्रेज ये मान ही नहीं सकते की ५००० वर्ष पहल...दरअसल अंग्रेज ये मान ही नहीं सकते की ५००० वर्ष पहले कोई सफल सभ्यता थी, क्योकि उनका ज्ञात इतिहास केवल ५००० वर्ष ही है (सुमेरु सभ्यता इत्यादि )| वैसे भी अंग्रेजी और हिन्दू कैलेंडर में अंतर है, हिन्दू कलेंदेर्स में १ महिना ज्यादा होता है उतने ही समय में | रही भगवान् राम के जन्म की बात तो वो हमेशा विवाद का विषय रहेगा क्योकि इसमें सबके अपने अपने स्वार्थ है | ध्यान केवल इतना देना है की क्या हम उनके चरित्र को अपने बाचो में दे पायेंगे ? वो भी ऐसे कलयुग में जहा धर्म के नाम पे मुसलमान और क्रिस्टियन समाज के लोग कुछ भी कर सकते है ......... जैसे की पूरे विश्व की शान्ति को पेचले २००० सालो से इन्होने असंतुलित कर रखा है ?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-44108709794648483362009-09-21T23:34:26.378-07:002009-09-21T23:34:26.378-07:00This comment has been removed by a blog administrator.Mohammed Umar Kairanvihttps://www.blogger.com/profile/06899446414856525462noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4406012885557107227.post-61160773095937889432009-09-21T23:22:44.576-07:002009-09-21T23:22:44.576-07:00This comment has been removed by a blog administrator.Mohammed Umar Kairanvihttps://www.blogger.com/profile/06899446414856525462noreply@blogger.com